सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार से दोबारा फ़िज़िकल सुनवाई एवं व्यक्तिगत उपस्थिति में सुनवाई की शुरुआत हो गई है। कोरोना संकट के कारण मार्च 2020 से सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल सुनवाई नहीं हो रही थी।

चीफ़ जस्टिस एनवी रमन्ना के इस फ़िज़िकल सुनवाई के फैसले पर वकीलों ने खुशी जाहिर की है। चीफ़ जस्टिस ने कहा कि फिजिकल सुनवाई दिवाली के बाद बड़े स्तर पर शुरू हो जाएगी। दूसरी तरफ़ एक दिन पहले ही कई वरिष्ठ वकीलों ने फिजिकल सुनवाई का विरोध किया था।

इसके विपरीत सुप्रीम कोर्ट बार एसोशिएशन ने मुख्य न्यायाधीश से दोबारा फिजिकल हियरिंग शुरू करने की अपील की थी. इसके लिए वकीलों ने कोरोना के कम होते मामलों का हवाला दिया था। कोरोना की वजह से अभी तक सुप्रीम कोर्ट में वर्चुअल और हाइब्रिड सुनवाई ही हो रही थी, गुरुवार से सुप्रीम कोर्ट में पूरी तरह से फिजिकल सुनवाई शुरू हुई है। सीनियर एडवोकेट वकील राकेश द्विवेदी और रंजीत कुमार ने फिजिकल सुनवाई शुरू करने के लिए मुख्य न्यायधीश को बधाई दी.

जस्टिस अब्दुल नज़ीर ने फिजिकल सुनवाई शुरू होने पर सबको बधाई दी. जस्टिस नज़ीर ने कहा कि वकील जिरह के समय अपना मास्क हटा सकते हैं, इसकी इजाजत हम दे रहे हैं। सीनियर एडवोकेट दुष्यंत दवे ने कहा कि युवा वकीलों में बहुत खुशी है, सुप्रीम बार के सदस्य बहुत खुश हैं, युवा वकीलों ने आर्थिक परेशानी को लेकर बहुत कुछ झेला है. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ वकीलों को इतनी दिक्कत नहीं हुई, जम्मू कश्मीर से कन्याकुमारी तक वरिष्ठ वकीलों ने अपने घर से जिरह किया. दवे ने कहा कि हम सभी सावधानियां बरत रहे हैं, सभी ने कोविड के खिलाफ वैक्सीन की दोनों डोज़ ली हुई है.