सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ (Justice D Y Chandrachud)  कोर्ट में मामलों की सुनवाई के दौरान अपने ऑर्डर स्टेनो को लिखवाकर उनसे टाइप करवाने की बजाय खुद अपने लेपटोप पर टाइप करते हैं। जस्टिस चंद्रचूड़ का कहना है कि अपना आदेश खुद टाइप करने से आदेश और बेहतर व भाषा में गलती रहित होता है

जुलाई के समय कोरोना संकट काल में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई वीडियो कांफ्रेंस के ज़रिए हो रही है जिसमें कोर्ट स्टाफ़ की उपलब्धता काफी सीमित हो गई थी। ऐसे में जज द्वारा अपना आदेश खुद अपने लैपटॉप पर टाइप करने से समय की बहुत बचत होती है, क्योंकि जब जज अपने कोर्ट मास्टर को अपना आदेश शॉर्टहैंड में लिखवाते हैं तो कोर्ट मास्टर बाद में इसे टाइप करते हैं, इसके बाद जज उसमें करेक्शन करते हैं, फिर दोबारा आदेश टाइप होने के बाद वह फ़ाइनल होता है और फिर वकीलों व याचिकाकर्ताओं के लिए सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड होता है। इस प्रक्रिया में कई मामलों में आर्डर उसी दिन वेबसाइट पर न आकर एक दो दिन बाद आता है, जिससे वकीलों और मुवक्किलों को आर्डर की कापी मिलने में देरी होती है। लेकिन जस्टिस चन्द्रचूड़ द्वारा अपना आदेश खुद टाइप करने से वह तुरंत सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड हो जाता है और वकीलों व मुवक्किलों और जर्नलिस्ट को आर्डर की कापी तुरंत उपलब्ध हो जाती है.

Sharing his experience of writing order himself on laptop rather than dictating to court master, Supreme Court Judge Justice D Y Chandrachud says typing out our own order on laptop is very good as the order becomes very precise and there is no need for any correction.